अब गाड़ियों के हॉर्न नहीं करेंगे आपका दिमाग खराब, गडकरी की नई योजना- वाहनों से निकलेंगे मेलोडियस धुन

Nitin Gadkari On Melodious Vehicle Horns
नई दिल्ली: Nitin Gadkari On Melodious Vehicle Horns: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वाहनों को लेकर एक नया प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा कि वे वाहनों के हॉर्न के तौर पर सिर्फ भारतीय संगीत म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की साउंड का इस्तेमाल करने के लिए कानून लाने की योजना बना रहे हैं, उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत की साउंड ही सभी तरह के वाहनों के हॉर्न होंगी, जिन्हें सुनना भी सुखद होगा. उन्होंने यह बात 'नवभारत टाइम्स' के 78वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही है.
नितिन गडकरी ने कहा कि वह ऐसा कानून लाना चाहते हैं, जिससे सभी वाहनों में बांसुरी, तबला, वायलिन और हारमोनियम जैसे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट से निकलने वाली साउंड का इस्तेमाल हो सके.
उन्होंने कहा कि देश में होने वाले कुल वायु प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी 40 फीसदी है. इसीलिए उनकी सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ मेथनॉल और इथेनॉल जैसे जैव ईंधन से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है.
गडकरी ने कहा कि भारत दोपहिया वाहनों और कारों के निर्यात से सबसे ज्यादा राजस्व कमाता है. उन्होंने कहा कि 2014 में भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र का मूल्य 14 लाख करोड़ रुपये था, जो अब 22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भारत अमेरिका और चीन के बाद दूसरे नंबर पर है. उन्होंने कहा कि यह जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया है.
सोशल मीडिया पर रिएक्शन
जहां कुछ लोगों ने गडकरी के इस कदम का स्वागत किया, वहीं अन्य लोगों ने मीम्स शेयर करने का मौका लिया. कुछ लोगों ने मंत्री से नए नियम लागू करने से पहले सड़कों और यातायात अव्यवस्था को ठीक करने का आग्रह भी किया.
एक यूजर ने एक्स पर लिखा कि नितिन गडकरी के अभिनव विचारों की बदौलत, हम अब ट्रैफिक में नहीं फंसेंगे. हम शास्त्रीय संगीत समारोहों में फंस जाएंगे.